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26 Dec 2024 · 1 min read

शरीर को जिसने प्राण दिए बस उसी की जय कीजिए

शरीर को जिसने प्राण दिए बस उसी की जय कीजिए
जन्म मरण के बीच का सुखमय यात्रा तय कीजिए।
मृत्यु से न भय कीजिए
निश्छल जीवन व्यय कीजिए।
(हाफ़िज़ शानुद्दीन)

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