शरारत करती है
शरारत करती है
ये झील सी गहरी
आँखें तुम्हारी…
दिल लुभाती है बड़ी शिद्दत से
ये बातें तुम्हारी
बताएं भी तो बताएं कैसे
हाल ए दिल अपना
मोहलत ही कब
और कहाँ देती हैं
मासूम सी ये अदायें तुम्हारी
हिमांशु Kulshrestha
शरारत करती है
ये झील सी गहरी
आँखें तुम्हारी…
दिल लुभाती है बड़ी शिद्दत से
ये बातें तुम्हारी
बताएं भी तो बताएं कैसे
हाल ए दिल अपना
मोहलत ही कब
और कहाँ देती हैं
मासूम सी ये अदायें तुम्हारी
हिमांशु Kulshrestha