शराब एक बुराई
** शराब एक बुराई **
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शराब एक बुराई है,
छोड़ने में भलाई है।
शराबी दोषी नहीं है,
जरा उसे होश नहीं है,
मद्य उसकी दवाई है।
शराब एक बुराई है।
नशा होता तो झूमती,
बोतल भी साथ नाचती,
चीज कैसी बनाई है।
शराब एक बुराई है।
पीते ही कदम बहकते,
शब्द अंग्रेजी के कहते,
चुप रहो तो भलाई है।
शराब एक बुराई है।
शाम होती सुहानी है,
हो जाती बदनामी है,
कहीं भी न सुनवाई है।
शराब एक बुराई है।
मनसीरत शराबी नही,
पीने में खराबी नहीं,
पर यारों ने पिलाई है।
शराब एक बुराई है।
शराब एक बुराई है।
छोड़ने में बुराई है।
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सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)