डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
کوئی تنقید کر نہیں پاتے ۔
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम भारत के रहने वाले, हमारा भारत महान है।
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
ग़ज़ल _ मांगती इंसाफ़ जनता ।
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
When you think it's worst
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
हर तरफ बेरोजगारी के बहुत किस्से मिले
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
*धन्य करें इस जीवन को हम, चलें अयोध्या धाम (गीत)*
एक साक्षात्कार - चाँद के साथ
𑒖𑒲𑒫𑒢 𑒣𑒟 𑒮𑒳𑓀𑒠𑒩 𑒯𑒼𑒃𑒞 𑒁𑒕𑒱 𑒖𑒐𑒢 𑒮𑒿𑒑 𑒏𑒱𑒨𑒼 𑒮𑓀𑒑𑒲
ख़ुद्दार बन रहे हैं पर लँगड़ा रहा ज़मीर है
मैं अंधियारों से क्यों डरूँ, उम्मीद का तारा जो मुस्कुराता है