Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2023 · 1 min read

शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब….

शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब….
छोटी सी “हां” या “न”
पूरा जीवन बदल देती है ।

1 Like · 265 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
◆in advance◆
◆in advance◆
*प्रणय*
मौसम....
मौसम....
sushil yadav
वक़्त की आँधियाँ
वक़्त की आँधियाँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
तेरा ही बसेरा
तेरा ही बसेरा
Pratibha Pandey
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"सियार"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझ पे एहसान वो भी कर रहे हैं
मुझ पे एहसान वो भी कर रहे हैं
Shweta Soni
विनम्रता और सम्मान के आगे विरोधी भी नतमस्तक हो जाते है।
विनम्रता और सम्मान के आगे विरोधी भी नतमस्तक हो जाते है।
Rj Anand Prajapati
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
3007.*पूर्णिका*
3007.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
मधुसूदन गौतम
गीतिका
गीतिका
Rashmi Sanjay
परिस्थितियां ही जीवन का परिमाप हैं.
परिस्थितियां ही जीवन का परिमाप हैं.
Satyakam Gupta
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*जिसको गुरु सच्चा मिला वही, जीवन अमूल्य कहलाता है (राधेश्याम
*जिसको गुरु सच्चा मिला वही, जीवन अमूल्य कहलाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
हिंदी भारत की पहचान
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
वजह बन
वजह बन
Mahetaru madhukar
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रेमी ने प्रेम में हमेशा अपना घर और समाज को चुना हैं
प्रेमी ने प्रेम में हमेशा अपना घर और समाज को चुना हैं
शेखर सिंह
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
⛪🕌🕍🛕🕋 तू ही मिल जाए मुझे बस इतना ही काफी है​, मेरी हर साँस ने बस ये ही दुआ माँगी है​, जाने क्यूँ दिल खिंचा जाता है तेरी तरफ​, क्या तूने भी मुझे पाने की दुआ माँगी है​। ⛪🕌🕍🛕🕋
⛪🕌🕍🛕🕋 तू ही मिल जाए मुझे बस इतना ही काफी है​, मेरी हर साँस ने बस ये ही दुआ माँगी है​, जाने क्यूँ दिल खिंचा जाता है तेरी तरफ​, क्या तूने भी मुझे पाने की दुआ माँगी है​। ⛪🕌🕍🛕🕋
Sageer AHAMAD
माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त
माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त
©️ दामिनी नारायण सिंह
सोच
सोच
Neeraj Agarwal
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
Pankaj Bindas
अनकहा दर्द (कविता)
अनकहा दर्द (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
आप विषय पर खूब मंथन करें...
आप विषय पर खूब मंथन करें...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...