शक मत कर
मैंने माना तुझे प्यार है मुझसे,
पर बेबफा तो मैं भी नही
दुआ तेरी बददुआ सी लगी मुझको,
वरना इतना बुरा तो मैं भी नही
इतना क्यों न बूझे कि कोई बड़ी बात है वरना
अपना मानकर यूँ छोड़ता तो मैं भी नही
गम था कितना खुलकर कभी ना रो पाया मैं
तेरे जाने के बाद से मुस्कुराया तो मैं भी नही
मेरी हर सांस की कसम है तुझे शक मत कर
प्यार किसी और से कर पाया तो मैं भी नही