वफ़ा-ऐ-इश्क़
गर आते हमारे दर पर,
तो सारी कायनात बिछा देते।
वफ़ा-ऐ-इश्क़ का
जरा सा ज़िक्र भी करते,
तो दिल खोल कर
जज्बात बता देते।
कुमार दीपक “मणि”
गर आते हमारे दर पर,
तो सारी कायनात बिछा देते।
वफ़ा-ऐ-इश्क़ का
जरा सा ज़िक्र भी करते,
तो दिल खोल कर
जज्बात बता देते।
कुमार दीपक “मणि”