वक़्त बदल गया है
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की साफ़ और नरम ह्रदय वाले लोग जल्दी से बातों को दिल पर लगा लेते हैं -जल्दी रूठ जाते हैं -जल्दी ही आंसू छलक आते हैं और जल्दी ही मान भी जाते हैं ,ऐसे लोगों का दुनिया बहुत नाजायज फायदा उठाती है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एकल होते परिवारों ने -मोबाइल -लैपटॉप- अत्यधिक साधनों,टीवी पर बच्चों के शोज ने बच्चों को समय से पहले बड़ा कर दिया ..बचपना तो इन्होने जीया -देखा और समझा ही नहीं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक शांत -खामोश व्यक्ति के अंदर कितना तूफ़ान /बवंडर/ शोर चल रहा होता है ये वही जानता है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की खाना खाते वक़्त /पार्टी में /पिक्चर में बच्चे पोटी भी कर दें तो माँ बाप हंस कर साफ़ कर देते हैं ,पूरी रात उसके पैशाब में भीगी चादर पर निकाल देते हैं और यही बच्चे बड़े होकर माँ बाप को अक्सर हर बात पर टोकते -सलीका सिखाते हैं और बताते हैं की वक़्त बदल गया है …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??