Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2024 · 1 min read

व्यक्ति के शब्द ही उसके सोच को परिलक्षित कर देते है शब्द आपक

व्यक्ति के शब्द ही उसके सोच को परिलक्षित कर देते है शब्द आपके सोच ( विचारधारा) और मस्तिष्क का ब्रह्मांड है।
RJ Anand Prajapati

207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लो फिर गर्मी लौट आई है
लो फिर गर्मी लौट आई है
VINOD CHAUHAN
धरती का बुखार
धरती का बुखार
Anil Kumar Mishra
“तुम हो तो सब कुछ है”
“तुम हो तो सब कुछ है”
DrLakshman Jha Parimal
नया दिन
नया दिन
Vandna Thakur
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
नस नस में तू है तुझको भुलाएँ भी किस तरह
Dr Archana Gupta
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
खामोशी
खामोशी
पूर्वार्थ
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
अंसार एटवी
हर गली में ये मयकदा क्यों है
हर गली में ये मयकदा क्यों है
प्रीतम श्रावस्तवी
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
धनतेरस जुआ कदापि न खेलें
कवि रमेशराज
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
*रात से दोस्ती* ( 9 of 25)
Kshma Urmila
मनोकामना
मनोकामना
Mukesh Kumar Sonkar
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
क्या अच्छा क्या है बुरा,सबको है पहचान।
Manoj Mahato
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
प्रेम सुधा
प्रेम सुधा
लक्ष्मी सिंह
मैं और वो
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
4680.*पूर्णिका*
4680.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त-ए-रूखसती पे उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
*प्रणय*
मैं हिन्दुस्तानी !
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
"बेटी दिवस, 2024 पर विशेष .."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मिट जाता शमशान में,
मिट जाता शमशान में,
sushil sarna
लक्ष्य प्राप्त होता सदा
लक्ष्य प्राप्त होता सदा
surenderpal vaidya
"तेरी नजरें"
Dr. Kishan tandon kranti
*आवारा कुत्ते हुए, लोभी नमकहराम (कुंडलिया)*
*आवारा कुत्ते हुए, लोभी नमकहराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
🌺🌻 *गुरु चरणों की धूल*🌻🌺
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बोनूसाई  पर  दिखे, जब जब  प्यारे  सेब ।
बोनूसाई पर दिखे, जब जब प्यारे सेब ।
Neelofar Khan
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
आज भी
आज भी
Dr fauzia Naseem shad
Loading...