वो
वक्त ने तुमको दिया गर चोट तो मरहम भी देगा।
गर मिली है बेवफाई तो वो कोई हमदम भी देगा।।
वो तो सबका है सभी को देखता है एक नजर से।
गर तुम्हे बख्शी है गुर्बत, वो तुम्हे जन्नत भी देगा।
“शून्य”
वक्त ने तुमको दिया गर चोट तो मरहम भी देगा।
गर मिली है बेवफाई तो वो कोई हमदम भी देगा।।
वो तो सबका है सभी को देखता है एक नजर से।
गर तुम्हे बख्शी है गुर्बत, वो तुम्हे जन्नत भी देगा।
“शून्य”