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16 Oct 2024 · 1 min read

वो भी एक समय था जब…

वो भी एक समय था जब…
छोटे, बड़े का सामना नहीं कर पाते थे,
बड़े के सामने आदर से पेश आते थे,
जब भी, जो भी और जैसा भी
आदेश कोई भी मिलता था…
उसे सहर्ष स्वीकार करते जाते थे,
इन्कार करने की शक्ति नहीं थी उनमें,
वे सभ्य घराने के सपूत कहलाते थे!
…. अजित कर्ण ✍️

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