वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो अश्कों से चेहरा भिगोने लगे थे।
खता बस थी इतनी वो चाहते हमें थे,
मोहब्बत में मेरी वो खोने लगे थे।।
Phool gufran
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो अश्कों से चेहरा भिगोने लगे थे।
खता बस थी इतनी वो चाहते हमें थे,
मोहब्बत में मेरी वो खोने लगे थे।।
Phool gufran