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13 Oct 2024 · 1 min read

वो गिर गया नज़र से, मगर बेखबर सा है।

वो गिर गया नज़र से, मगर बेखबर सा है।
कोशिश है उसकी जारी, मगर बेअसर सा है।।
सब तर्जुमें हैं फर्जी, हर नजीर है खयाली। चल फिर तो रहा है, मगर वो मर सा गया है।।
“शून्य”

1 Like · 11 Views
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