वो खुश हैं अपने हाल में…!!
मैं सोचता था कि.. ये वो दोस्त है जो मुझे दिल से समझता है,
दिल से मुझे अपना मानता है, मेरी केयर करता हैं,
पर शायद मैं कही ना कही गलत था…!
वो मुझे सिर्फ ये जताना चाहता था… कि वो मेरे साथ है
तू फ़िक्र मत कर मैं तेरे साथ हूँ…बस! यही बात हर बार कहता था…
मैं हमेशा सोचता था कि.. मैं हमेशा सही तो नहीं हो सकता हूँ…
फिर भी वो मुझे हमेशा सही साबित करने की कोशिश मे रहता था…!
वो कहता था मुझे दिखावा पसंद नहीं, पर उसकी हर बात में वो झलकता था,
वो मेरे साथ जरूर होता था, पर मोबाइल से बाहर उसकी कोई दुनिया थी नहीं शायद…!
वो मेरी सारी बातें सुनता था पर वो मुझे सुनना चाहता हीं नहीं था शायद,
वो मुझे सलाह के तौर पे बस इतना कहता था… जो तेरे मन को अच्छा लगे वो कर, उसकी अपनी कोई राय नहीं हुआ करती थी…!
उसकी तकलीफो का वहीं एकलौता गवाह होगा, जो साथ होने पर भी कुछ नहीं बताता था, ऐसा लगता था जैसे वो साथ हैं पर करीब नहीं…!
जिस शख्स को अकेले रहने में ख़ुशी मिलती है, या वो अकेले हीं खुश हैं, तो यकीन मानिये ऐसे लोगो के बीच आप… गेहूँ में घुन की तरह पिसा जायेगे,
तो मैंने यही सोचकर उस से दूरी बना ली… वो अब भी वैसा हीं है…!
वो खुश दिखता है पर है नहीं,
नाराज़ होता हैं पर लगता नहीं..!!
दोनों हीं ताज़ूब वाली बाते हैं…
कभी वो दिन भी थे ज़ब उसके नाम के बिना मेरी सुबह नहीं होती थी… शाम नहीं होती थी,
पर अब ये आलम है कि उसका नाम भी गवारा नहीं…!
पहले ज़ब भी किसी से नाराज़ या परेशान रहता था,
पहली कॉल उसे हीं जाती थी..
पर अब ये हाल हैं कि… कही दिल नहीं लगता हैं तो खुद से बात करने लगता हूँ,
पर अब उससे बात करने का मन नहीं करता…!
अब कभी मिल भी जाता हैं वो राह चलते, तो हेलो… नमस्ते कर लेते है,
अब बात होती भी है, पर पहले जैसी बात नहीं होती…!
मुझे किसी की लाइफ में दखलन्दाज़ी करनी पसंद नहीं…
इसलिए मैंने उसे उसके हाल पे छोड़ दिया..
मुझे अफ़सोस है पर दुख नहीं..
वो खुश है अपने हाल में…बस! इतना हीं काफ़ी है मेरे लिए..!!
❤Love Ravi❤