वो कहते हैं शायरी से पेट नही भरता
वो कहते हैं शायरी से पेट नही भरता
ख्वाइश फिर से है आज भूखा सोने की
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वो कहते हैं कि दिल का दर्द नही दिखता
ख्वाइश फिर से है आज बेपनाह रोने की
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कपिल कुमार
01/12/2016