वो एक संगीत प्रेमी बन गया,
वो एक संगीत प्रेमी बन गया,
मैंने जब उसे शराब पिलाई थी,
कई रात गुजार दी उसने तन्हाई में,
कोई कसक पूरी की थी जुदाई में,
बस यूं ही मदहोशी में बहक गया,
शबाब संग गुलाब सा महक गया,
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
वो एक संगीत प्रेमी बन गया,
मैंने जब उसे शराब पिलाई थी,
कई रात गुजार दी उसने तन्हाई में,
कोई कसक पूरी की थी जुदाई में,
बस यूं ही मदहोशी में बहक गया,
शबाब संग गुलाब सा महक गया,
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”