Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2024 · 1 min read

वोट डालने जाना है

लोकतंत्र के महायज्ञ में, अपना फ़र्ज़ निभाना है,
वोट डालने जाना है।

हम भारत के भाग्य विधाता,
संविधान का मान करें।
जात-पात से ऊपर उठकर,
शत-प्रतिशत मतदान करें।।
पाँच वर्ष के लिए क्षेत्र का,
नेता जिम्मेदार चुनें।
मौलिक अधिकारों के बल पर,
हम अपनी सरकार चुनें।।

अपने-अपने बूथ केंद्र पर, निर्भय होकर आना है,
वोट डालने जाना है।

हम भारत के वीर सिपाही,
जन-गण-मन कहलाते हैं।
संसद के दोनों सदनों की,
हम ताकत बन जाते हैं।।
उठो जवानों, माता-बहनों,
अधिकारों का ध्यान करो।
छूटे नहीं कोई मतदाता,
अपना अभिमत दान करो ।।

एक वोट कर देता निर्णय, सबको यही बताना है,
वोट डालने जाना है।

जगदीश शर्मा ,अशोकनगर मप्र

Language: Hindi
Tag: गीत
56 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आवाजें
आवाजें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शीशे को इतना भी कमजोर समझने की भूल मत करना,
शीशे को इतना भी कमजोर समझने की भूल मत करना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिन्दगी हर क़दम पर दो रास्ते देती है
जिन्दगी हर क़दम पर दो रास्ते देती है
Rekha khichi
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
*फागुन का बस नाम है, असली चैत महान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
Shweta Soni
देश चलता नहीं,
देश चलता नहीं,
नेताम आर सी
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
एक सांप तब तक किसी को मित्र बनाकर रखता है जब तक वह भूखा न हो
Rj Anand Prajapati
ज़रा मुस्क़ुरा दो
ज़रा मुस्क़ुरा दो
आर.एस. 'प्रीतम'
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
इश्क़ में ज़हर की ज़रूरत नहीं है बे यारा,
शेखर सिंह
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके।
PK Pappu Patel
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
सामी विकेट लपक लो, और जडेजा कैच।
गुमनाम 'बाबा'
मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं
मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं
Mohan Pandey
चल बन्दे.....
चल बन्दे.....
Srishty Bansal
श्रृंगार
श्रृंगार
Mamta Rani
"भोपालपट्टनम"
Dr. Kishan tandon kranti
वो जो कहते है पढ़ना सबसे आसान काम है
वो जो कहते है पढ़ना सबसे आसान काम है
पूर्वार्थ
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
घूंटती नारी काल पर भारी ?
घूंटती नारी काल पर भारी ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्तंभ बिन संविधान
स्तंभ बिन संविधान
Mahender Singh
सोलह श्राद्ध
सोलह श्राद्ध
Kavita Chouhan
जलती बाती प्रेम की,
जलती बाती प्रेम की,
sushil sarna
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
Dushyant Kumar
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...