वैसे तो होगा नहीं ऐसा कभी
वैसे तो होगा नहीं, ऐसा कभी मुझसे।
होना पड़े बेवफा, मुझको कभी तुमसे।।
वैसे तो होगा नहीं———————–।।
कोशिश मेरी यही है, मैं अपना वादा निभाऊँ।
दुहा मेरी यही है, हर ख्वाब तेरा मैं सजाऊँ।।
अफसोस होगा मुझको भी, मैं नहीं चाहता ऐसा।
जाना पड़े दूर मुझको, होकर रुसवां तुमसे।।
वैसे तो होगा नहीं———————–।।
जैसे कि दूर नहीं है, बहार फूलों से।
ऐसे ही मैं लिपटा रहूँ, तेरी बाँहों से।।
बेरौनक तू हो जाये, मेरी रजा नहीं ऐसी।
खोना पड़े चैन दिल का, तुमको मेरी वजह से।।
वैसे तो होगा नहीं———————–।।
मजबूरी कोई भी, उस वक़्त हो सकती है।
मुझको बुरा मत समझना, ख़ता हो सकती है।।
बहेंगे आँसू मेरे भी, आँसू तुम्हारे देखकर।
हो जाये मुझको नफरत, कल यार यूँ तुमसे।।
वैसे तो होगा नहीं———————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)