वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
ना किसी के आने की सदा है,
ना किसी के जाने की सज़ा है।
©® मनीषा मंजरी
Source- यादों की आहटें (coming soon)
वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
ना किसी के आने की सदा है,
ना किसी के जाने की सज़ा है।
©® मनीषा मंजरी
Source- यादों की आहटें (coming soon)