वेलेंटाइन डे के लिए शेर
गुलाब, मोगरा, चमेली, रजनीगंधा तुझको क्या दे दूँ ।
तू चमन है मेरे दिल का, तेरा तुझको क्या दे दूँ ।।
शादी के वाद मायूस ना होना,फूलों से मोहब्बत ना छोड़ना ।
शादी है गले का पट्टा नही है, दिल है क़ानूनी दस्तावेज नही है ।।
चाहत के लिए सरहदें नही है, मोहब्बत के लिए अल्फाज नही है ।
शादी जरूरत है जिंदगी की, धड़कते दिल पर कोई लगाम नही है ।।
मोहब्बत का कोई मीटर नही है, आँसुओं के लिए कोई लीटर नही है ।
पैमाने छोड़ कर आना मेरे पास, मेरा दिल दिल है कोई टीचर नही है ।।
बाँध दिया है मुझको, शादी की रस्म और कस्मों से ।
माना ये ज़िस्म गुलाम है तुम्हारा, दिल आज़ाद है कैद नही है।।
सांसों से नही मोहब्बत से जिन्दा है, दिल खून से नही जज़्बातों से जिन्दा है।
जिंदा होकर भी दफ़्न है दिल उनका, जिनकी जुबान पर मोहब्बत का पैगाम नही है।।
ये उमड़ते घुमड़ते बादल, हर बार आते है और बरस जाते है ।
ज्यादा उसूलों में जीने बाले, मोहब्बत के लिए तरस जाते है ।।
क्या पता उनको, ये इश्क़, चाहत, मोहब्बत, नज़ाकत क्या है..?
बाप बनाया जिसने उनको, नही जानते उसकी जरूरत क्या है..?
कहते हो तुझे इस जहां की सारी ख़ुशी दे दूंगा, पैरों में चाँद तारे ला दूँगा ।
चाहता हूँ दो पल मेरे होकर बैठ जाओ, तुम्हारे कदमो में मैं अपना दिल रख दूँगा ।।
तेरी गोद में बच्चा देखकर में थम सा गया हूँ, तेरे आँखों की चमक देखकर समझ गया हूँ ।
रिस्ते में इसे जो कहना है कहता रहे, बीता हुआ वो पल याद करके मैं बहक गया हूँ।।
तुझसे क्या कहूँ मेरे ख़ुदा, तूने छोड़ दी खाली जगाह ।
कंकड़ पत्थर डाल देता वहां भी, ना होता कोई बेबफ़ा ।।
ये जो अंगूठी ऊँगली में पहनी है, ये निशानी है मेरे पहले प्यार की ।
यूँ खफ़ा ना हो मेरे मासूम दिल, अभी उन्नीस बाकी है तेर नाम की ।।