वीर नारी
वतन की राह में हम कुर्बान हो चले
याद हमे करना पर याद में हमारी रोना ना
वीर पुरुष की वीर नारी तुम धीरज कभी भी खोना ना.
जिन आँखों मे हम जीते जी देख न सके आँसू कभी
उन आँखों को मेरी अनुपस्थिति में कभी भिंगोना ना
वीर पुरुष की वीर नारी तुम धीरज कभी भी खोना ना.
हर सुख-दुख तुम साथ मिलकर सह लेना
पर नफरत के बीज कभी भी बोना ना
वीर पुरुष की वीर नारी तुम धीरज कभी भी खोना ना.
हर चुनौतियों का करना डटकर सामना तुम
पर कोई कलंक अपने सर तुम ढोना ना
वीर पुरुष की वीर नारी तुम धीरज कभी भी खोना ना.