विषय जल बचाओ।
विषय जल बचाओ।
जल बचाओ,
जल ही जीवन है।
जल बचाओ,
जल से खिलता चमन है।
जल ही तो प्यास बुझाता है।
जल ही जीवन बचाता है।
जल बिना न जीव,
जीवन होता है।
जल बिना न धरती,
न गगन होता है।
जल बिना न खेत लहलहाएंगे।
न होगी बहार,
बस वीराने मुस्कुराएंगे।
जल संकट के पाप न माफ होंगे।
कैसे बर्तन,कपड़े साफ होंगे?
सत्तर प्रतिशत शरीर जल कहाँ से आएगा?
जल बिना तो शरीर तक,
बन नहीं पाएगा।
जल न प्रदूषित करो,
न व्यर्थ करो।
मनुष्य हो तुम,
न ऐसा अनर्थ करो।
न जाने कितनी जगह,
पानी को तरसते लोग।
जल तो अमृत है,
जल से भागे रोग।
जल से ही बने भोजन,
जल से बने भोग।
गंगा जल से मिलता पुण्य,
मिलता पवित्र ज्ञान।
जल से होती शुद्धि,
जल से होता स्नान।
जल बिन न होता जीवन,
सदैव रहे ये ध्यान।
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक
द्वारका मोड़,नई दिल्ली-78