Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

विषय: असत्य पर सत्य की विजय

विषय: असत्य पर सत्य की विजय

राम कहे सीता से हे प्रिय!
सच-सच बतलाना
क्या रावण ने कोई दूर्व्यवहार किया
या अपशब्द कोई तुमको कह डाला।

डरो नहीं है प्रिय तुम!
निर्भय होकर बात कहो है !
सीता क्या हुआ साथ तुम्हारे
कोई छल- कपट उसने किया ।

हे मेरे प्रभु श्री राम!
तुमसे क्यों मैं झूठ कहूॅं
तुम तो हो सर्वज्ञाता
फिर तुमसे क्यों बात छुपाऊं।

न जाने किस मंशा से
हरण किया उसने मेरा
तुम हो जग के दाता
तुम जानो हर उसकी हर व्यथा ।

अपनी दिव्य शक्ति से पता लगाओ!
क्यों रावण के मन में
जागा था यह कुविचार
ज्ञानी ध्यानी होकर भी
क्यों कर बैठा ऐसा दुर्व्यवहार
सोच के उसकी कुमति को
उस पर है करते सब धिक्कार!।

हे सीता यह कालचक्र है !
नहीं दोष कुछ उस ज्ञानी का
ऐसे ही होना था विनाश लंका का
भाई को भाई के विरुद्ध होना था
संकट मोचन को यह संकट हरना था।

रावण जैसी कुमति ना हो किसी की
छल, कपट, द्वेष, मोह को दूर भगाता
असत्य पर सत्य की विजय को दर्शाता
पर्व दशहरे का इसलिए मनाया जाता है।

हरमिंदर कौर,
अमरोहा (यूपी)

1 Like · 73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
हिंदी का अपमान
हिंदी का अपमान
Shriyansh Gupta
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम और मैं
तुम और मैं
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तू ठहर चांद हम आते हैं
तू ठहर चांद हम आते हैं
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
स्नेह का बंधन
स्नेह का बंधन
Dr.Priya Soni Khare
बहु घर की लक्ष्मी
बहु घर की लक्ष्मी
जय लगन कुमार हैप्पी
New Beginnings. 🌻
New Beginnings. 🌻
पूर्वार्थ
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
हम सभी को लिखना और पढ़ना हैं।
Neeraj Agarwal
कड़वा सच
कड़वा सच
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
4386.*पूर्णिका*
4386.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शीतलहर (नील पदम् के दोहे)
शीतलहर (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"सिक्का"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम अगर साथ हो तो...
तुम अगर साथ हो तो...
TAMANNA BILASPURI
चित्रकार
चित्रकार
Ritu Asooja
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
बेचारा प्रताड़ित पुरुष
Manju Singh
तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ
तस्वीर तुम इनकी अच्छी बनाओ
gurudeenverma198
अनमोल मोती
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इसके जैसा
इसके जैसा
Dr fauzia Naseem shad
अपने दिमाग से वह सब कुछ मिटा
अपने दिमाग से वह सब कुछ मिटा
Ranjeet kumar patre
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
Sonam Puneet Dubey
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
मदद का हाथ अगर तुम बढ़ा सको तो चलो
Anis Shah
पेड़ और ऑक्सीजन
पेड़ और ऑक्सीजन
विजय कुमार अग्रवाल
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
“भोर की पहली किरण , ह्रदय को आनन्दित करती है ,
“भोर की पहली किरण , ह्रदय को आनन्दित करती है ,
Neeraj kumar Soni
Loading...