विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
शीर्षक:अपने अर्थ का सम्मान करो।
विद्या:कविता।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज,
जिसे कहे तिरंगा भी।
हर भारतीय ने इन रंगों से,अपना मन रंगा भी।
पिंगली वैंकैया ने की थी, ध्वज की अभिकल्पना।
हर धर्म का रंग यहाँ,पर बने एक रंगी अल्पना।
तीन रंग इसमें,केसरिया, सफेद और हरा।
सब ने एक होकर,
आजादी को देश के नाम करा।
केसरिया रंग प्रतीक, साहस और बलिदान का।
न बिना स्वतंत्रता जीवन, जीवन नाम सम्मान का।
सत्य,शान्ति और पवित्रता का प्रतीक,है रंग सफेद।
न जाति,न वर्ण और न प्रान्तों से कोई भेद।
सम्रद्धि और खुशहाली का प्रतीक,है हरा रंग।
होती नित्य उन्नति,रहो यदि मेहनत के संग।
ध्वज का अनुपात 3:2है,
केंद्र में अशोक चक्र का अस्तित्व है।
चौबीस हैं तीलियां; नीले रंग के अशोक चक्र में,
करती चौबीस गुणों का प्रतिनिधित्व।
अशोक चक्र,राष्ट्र प्रतीक भी जाना जाता है।
शौर्य और धर्म का प्रतीक भी माना जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान,करता हर भारतवासी।
है अनेकता में एकता,हो चाहे किसी भी भाषा का भाषी।
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक
द्वारका मोड़,नई दिल्ली-78
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