Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2022 · 1 min read

*विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)*

विश्व योग दिवस : 21 जून (मुक्तक)
————————————-
विश्व योग का दिवस विश्व में आओ सभी मनाऍं
आसपास जो आयोजन शामिल उसमें हो जाऍं
जाति-धर्म गोरे-काले का इसमें भेद नहीं है
तन निरोग, मन की निर्मलता सब जन इससे पाऍं
————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
114 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
हो जाती है साँझ
हो जाती है साँझ
sushil sarna
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
ग़ज़ल (ज़िंदगी)
डॉक्टर रागिनी
मजबूरी
मजबूरी
The_dk_poetry
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
इतनी जल्दी क्यूं जाते हो,बैठो तो
Shweta Soni
क
*प्रणय प्रभात*
अन्तर्मन
अन्तर्मन
Dr. Upasana Pandey
I
I
Ranjeet kumar patre
*जीवन के गान*
*जीवन के गान*
Mukta Rashmi
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
"आज का दुर्योधन "
DrLakshman Jha Parimal
प्रेम
प्रेम
Dinesh Kumar Gangwar
न मुझको दग़ा देना
न मुझको दग़ा देना
Monika Arora
शिव आराध्य राम
शिव आराध्य राम
Pratibha Pandey
विरह–व्यथा
विरह–व्यथा
singh kunwar sarvendra vikram
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
वर्तमान लोकतंत्र
वर्तमान लोकतंत्र
Shyam Sundar Subramanian
झूठा प्यार।
झूठा प्यार।
Sonit Parjapati
रुत चुनाव की आई 🙏
रुत चुनाव की आई 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ओ पंछी रे
ओ पंछी रे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
Neelofar Khan
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है-
Shreedhar
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
"इशारे" कविता
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चक्र सुदर्शन धारी,अब चक्र चलाओ ना
चक्र सुदर्शन धारी,अब चक्र चलाओ ना
कृष्णकांत गुर्जर
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
आज फिर वही पहली वाली मुलाकात करनी है
आज फिर वही पहली वाली मुलाकात करनी है
पूर्वार्थ
Loading...