विशेष प्रार्थना
सरस-वती माँ सरस्वती
नौ रूपों में शामिल तुम भी
ज्ञान भले ही कम देना पर
हो विवेक कम नहीं कभी ।
माँ सरस्वती…….।
तन रूप वीणा झंकृत हो
स्वर लहरी न थमें कभी
चले लेखनी साधे सत् हित
मन बँधा रहे संगीत भी ।
माँ सरस्वती……..।
सरस-वती माँ सरस्वती
नौ रूपों में शामिल तुम भी
ज्ञान भले ही कम देना पर
हो विवेक कम नहीं कभी ।
माँ सरस्वती…….।
तन रूप वीणा झंकृत हो
स्वर लहरी न थमें कभी
चले लेखनी साधे सत् हित
मन बँधा रहे संगीत भी ।
माँ सरस्वती……..।