Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Mar 2020 · 1 min read

विरह गीत

विधा -तंत्री छंद

विधान-प्रति चरण 32 मात्रायें ।
8/8/6/10 मात्राओं पर यति। दो- दो चरण समतुकांत होते हैं।
चरणांत दो गुरु (2 2) से होता है ।

पिया लौट कर, अब आ जाओ,तुम बिन घर, आँगन सूना है|
हृदय विकल हो, रोता हरपल, मन का यह, कानन सूना है|

नस-नस में तुम, दौड़ रहे हो, अंतस की, आकुलता तुम हो|
ऐसी अनबुझ, प्यास जगी है, मधुर मिलन, व्याकुलता तुम हो|
आकर शीतल, पावन कर दो,नित मूर्छित ,आनन सूना है|
पिया लौट कर, अब आ जाओ, तुम बिन घर, आँगन सूना है|

दिवस बीतता, तुम्हें सोच कर, रात स्वप्न, में तुम आते हो|
नींद खड़ी मुख, देख रही है, आँखों में, यूँ बस जाते हो|
जले रात दिन, दीपक जैसे, बाट तके, नयनन सूना है|
पिया लौट कर, अब आ जाओ, तुम बिन घर, आँगन सूना है|

पिया मिलन की, आतुर बाँहे, पुष्प खिले, कब संगम होगा |
प्राणों से हो, प्राण मिलन तब,अधरों पर, सुख सरगम होगा|
सूख गए हैं, कुसुमित धरती, भ्रमर बिना, उपवन सूना है|
पिया लौट कर,अब आ जाओ,तुम बिन घर,आँगन सूना है|

तिल-तिल करके, रोज जलाती, विरह व्यथा, मुश्किल सहना है|
तुम बिन जीवन, हवन हुआ है, तुमसे बस इतना कहना है|
धरा जेठ की, ज्यों बारिश बिन, तुम बिन यह, जीवन सूना है|
पिया लौट कर, अब आ जाओ, तुम बिन घर, आँगन सूना है|

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Likes · 1 Comment · 307 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

मेरे कृष्ण की माय आपर
मेरे कृष्ण की माय आपर
Neeraj Mishra " नीर "
ख्याल (कविता)
ख्याल (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
डॉ. शिव लहरी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
वो दिन आखिरी था
वो दिन आखिरी था
Sakhi
3313.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3313.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मिल गया होता
मिल गया होता
अनिल कुमार निश्छल
If FEAR TO EXAMS is a Disease
If FEAR TO EXAMS is a Disease
Ankita Patel
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
মন তুমি শুধু শিব বলো
মন তুমি শুধু শিব বলো
Arghyadeep Chakraborty
शुभ रक्षाबंधन
शुभ रक्षाबंधन
डॉ.सीमा अग्रवाल
वक़्त और नसीब
वक़्त और नसीब
gurudeenverma198
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
परिवार के एक सदस्य की मौत के दिन जश्न के उन्माद में डूबे इंस
परिवार के एक सदस्य की मौत के दिन जश्न के उन्माद में डूबे इंस
*प्रणय*
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
बड़ी बात है ....!!
बड़ी बात है ....!!
हरवंश हृदय
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
Chaahat
*भीमताल: एक जन्म-दिवस आयोजन यात्रा*
*भीमताल: एक जन्म-दिवस आयोजन यात्रा*
Ravi Prakash
बुरा वक्त
बुरा वक्त
लक्ष्मी सिंह
!!तुम्हे अपना समझता है!!
!!तुम्हे अपना समझता है!!
जय लगन कुमार हैप्पी
789WIN
789WIN
789WIN
गुम है
गुम है
Punam Pande
अरदास
अरदास
Mangu singh
लक्ष्य एक होता है,
लक्ष्य एक होता है,
नेताम आर सी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ न जाता सन्त का,
कुछ न जाता सन्त का,
sushil sarna
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
चले आते हैं उलटे पाँव कई मंज़िलों से हम
चले आते हैं उलटे पाँव कई मंज़िलों से हम
Kanchan Gupta
Loading...