विरह की वेदना
विरह की वेदना हम तो,कभी भी सह नहीं सकते।
दबी है बात दिल में जो,किसी से कह नहीं सकते।
अजब बंधन बना देखो, हमारे बीच दिल का ये-
बिना तेरे कहीं इक पल,कभी हम रह नहीं सकते।
विरह की वेदना हम तो,कभी भी सह नहीं सकते।
दबी है बात दिल में जो,किसी से कह नहीं सकते।
अजब बंधन बना देखो, हमारे बीच दिल का ये-
बिना तेरे कहीं इक पल,कभी हम रह नहीं सकते।