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23 Oct 2020 · 1 min read

विनोद सिल्ला की कुंडलियां

कुंडलियां

मिठाई है मिलावटी, मिलावट का पनीर|
नकली ही मावा बना, परखो मेरे वीर||
परखो मेरे वीर, नहीं तो पछताओगे|
सेहत का नुकसान, दवाई भी खाओगे||
कह सिल्ला कविराय, अजीब दिवाली आई|
हलवाई की मौज, कमावे बना मिठाई||

-विनोद सिल्ला©

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