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31 May 2023 · 1 min read

विनती

विनती
हनुमत विनती दीन की , सुनिए नाथ जरूर।
रोग, शोक ,भय ,दीनता , करिए चकनाचूर।।
करिए चकनाचूर , जन्मदिन आज तुम्हारा ।
चहुंदिश हाहाकार , जगत दिखता बस हारा।
रामभक्त है वीर , मनोरथ लगता आहत ।
सुनिए आज जरूर ,दीन की विनती हनुमत ।।
सतीश पाण्डेय

1 Like · 70 Views
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