विधवा?
हमारी समाजवादी व्यवस्था में नारियों को विधवा शब्द से नवाजा जाता है। जिस नारी के पति खत्म हो गया है, उसे हम विधवा शब्द से अपमानित करते हैं।जिसको वेद-पुराणो ने नारी को शक्ति स्वरूपा कहा गया है। और हम उसे लक्ष्मी जी का नाम भी देते हैं। लेकिन जब उसका पति खत्म हो जाता है ।तब हम उसे विधवा शब्द से अपमानित क्यों करते हैं? जैसे हमारी सरकार ने विकलांग शब्द को हटा दिया गया है। वैसे ही विधवा शब्द को हटा देना चाहिए। हिन्दी शब्दकोश में पति को रक्षा करने वाला कहा गया है। फिर वह विधवा शब्द कैसे प्रचलन में आया? आज कल तो समाज में विधवा विवाह भी होने लगे हैं।हम एक तरफ तो उसे देवी का दर्जा देते हैं। दूसरी तरफ हम उसे विधवा शब्द का प्रयोग किया जाता है।इस शब्द का इस्तेमाल न करें । क्योंकि आज हम विज्ञान के युग में जी रहे हैं। उसे भी समयमान से जीने का अधिकार है। नारियों से यह अधिकार न छीना जाते।