विदाई गीत
तुझे बताएं कैसे बिटिया, अपने दिल का हाल
प्यारी लाडो जाएगी तू , अब अपने ससुराल
जब आयी थी तू इस घर में, बात लगे वो कल की
बसी हुई हैं याद अभी भी, इस दिल में पल पल की
कितनी जल्दी बीत गया वो, बचपन वाला काल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
चली तू जाएगी ससुराल
मेरा आँचल पकड़ पकड़कर, सँग में डोला करती
छुप जाती आँचल में मेरे, अगर ज़रा भी डरती
अब तो तुझको रखना होगा, अपना स्वयं खयाल
मटक मटक कर चलती थी जब, भाती थी वो चाल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
गई एक दिन आगे पढ़ने, जब तू घर से बाहर
बुरा हुआ था हाल बहुत, तब मेरा तो रो रोकर
मगर कैरियर की खातिर था खुद को लिया सँभाल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
आज बनी बिटिया तू दुल्हन , कितना शुभ दिन आया
चंदा जैसा राजकुँवर इक,सुंदर सा है पाया
अश्रु खुशी के हैं आँखों में,पर दिल है बेहाल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
सूना सूना हो जाएगा, तुझ बिन मेरा आँगन
बहुत मनाती अपने मन को, मगर न माने ये मन
भीगा भीगा तकिया रहता, भीगे रहते गाल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
अब से एक नहीं है लाडो, दो परिवार तिहारे
तुझे जोड़कर रखने होंगे, प्यारे बंधन सारे
घुलना होगा सबसे ऐसे, जैसे सुर और ताल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
मिलें सिर्फ खुशियाँ ही खुशियाँ, दूर रहें गम सारे
तेरे आँगन में रोशन हों , सूरज चाँद सितारे
जब तू खुश होगी अपना भी, होगा मन खुशहाल
प्यारी लाडो जाना होगा, तुझको अब ससुराल
14-02-2023
डॉ अर्चना गुप्ता