Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2024 · 1 min read

वित्त मंत्री, बज़ट, टेबलेट, क़ाफ़िला, गाड़ी और साड़ी। सब पर मीडिय

वित्त मंत्री, बज़ट, टेबलेट, क़ाफ़िला, गाड़ी और साड़ी। सब पर मीडिया की गिद्ध-दृष्टि और क़यासों की वृष्टि। हर उम्मीद बांकी। एक दिन की झांकी।।
😊प्रणय प्रभात😊

2 Likes · 61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
4573.*पूर्णिका*
4573.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
जाने कितनी बार गढ़ी मूर्ति तेरी
Saraswati Bajpai
*कलम (बाल कविता)*
*कलम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जयघोष
जयघोष
Vivek saswat Shukla
*याद  तेरी  यार  आती है*
*याद तेरी यार आती है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
यात्रा ब्लॉग
यात्रा ब्लॉग
Mukesh Kumar Rishi Verma
■ संपर्क_सूत्रम
■ संपर्क_सूत्रम
*प्रणय प्रभात*
पत्नी   से   पंगा   लिया, समझो   बेड़ा  गर्क ।
पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
sushil sarna
सत्य की विजय हुई,
सत्य की विजय हुई,
Sonam Puneet Dubey
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
मेरी कलम......
मेरी कलम......
Naushaba Suriya
इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम
इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम
आर.एस. 'प्रीतम'
मैं नारी हूं
मैं नारी हूं
Mukesh Kumar Sonkar
★दाने बाली में ★
★दाने बाली में ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
Rakshita Bora
"किताब के पन्नों में"
Dr. Kishan tandon kranti
बेज़ार सफर (कविता)
बेज़ार सफर (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
देश के संविधान का भी
देश के संविधान का भी
Dr fauzia Naseem shad
तुम कितने प्यारे हो
तुम कितने प्यारे हो
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हौसला
हौसला
Shyam Sundar Subramanian
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
- कवित्त मन मोरा
- कवित्त मन मोरा
Seema gupta,Alwar
जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं।
जो कभी थी नहीं वो शान लिए बैठे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संतानों का दोष नहीं है
संतानों का दोष नहीं है
Suryakant Dwivedi
कोई जब पथ भूल जाएं
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुझे याद🤦 आती है
मुझे याद🤦 आती है
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...