विचार
विचार
जब भी मनुष्य उस परम पूज्य परमात्मा की ओर से खुद को विमुख कर लेता है तब उसका पतन शुरू हो जाता है l उसके संस्कारों से पोषित होने के सभी मार्ग स्वतः ही बंद हो जाते हैं l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
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जब भी मनुष्य उस परम पूज्य परमात्मा की ओर से खुद को विमुख कर लेता है तब उसका पतन शुरू हो जाता है l उसके संस्कारों से पोषित होने के सभी मार्ग स्वतः ही बंद हो जाते हैं l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम