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24 Apr 2024 · 1 min read

विचारों का संगम, भावनाओं की धारा,

विचारों का संगम, भावनाओं की धारा,
संवेदना की कविता, रचना करूं बार-बार।

दिल की गहराइयों से उतरी धड़कनों की आवाज़,
संवेदना का सागर, जो ना हो कभी थमता राज।

खुशियों के लहरों में, आँखों की चमकधमक,
संवेदना की भावना, बस जाए जगमगाती रिमझिम।

दर्द के आंसूओं में, विरह की रातों में,
संवेदना की धारा, जैसे है अनंत भीगे संग बातो में।

एक कविता के रूप में, संवेदना का अभिव्यक्ति,
भावनाओं की आवाज़, जो है हम सबकी विशेष शक्ति।

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