“विचारधारा” #100 शब्दों की कहानी#
सुदेश को मुंबई में नौकरी होने के कारण रीमा के साथ ही रहे, पर दोनों बेटों की उच्चस्तरीय-अध्ययन में कोई कमी नहीं की, जिसका परिणाम यह हुआ कि बेटों को अमेरिका में मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी लगते ही विवाह संपन्न होकर बहुओं के साथ ही जिंदगी बसर करने लगे ।
सुदेश का अचानक ही हार्टअटैक से निधन होने के कारण बेटों ने मां को बुलाया रहने । रीमा बहुओं के सपने-संजोए “बाहरी सुंदरता एक धोखा हो सकता है”मन में सोच रही ।
लेकिन बहुओं ने भारतीय संस्कारों को जीवित रखा, यह देख “फूली न समाई” दूर-रहकर विचारधारा बनाना नहीं चाहिए ।