Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2024 · 1 min read

विकल्प///स्वतन्त्र कुमार

एक सच जिसे मेरे जहन ने बड़ी
तसल्ली से समझा है वो ये है कि
जिस वस्तु के
जितने अधिक विकल्प होते हैं
उसको प्राप्त करने के लिए
प्रयास उतने की कम होते हैं।
पर ये सच भी
एक अधूरा सच ही है शायद
क्योंकि जिस वस्तु की
कमी रह जाती है
वह रह ही जाती है
क्योंकि
खो जा चुके दांत की कमी
का अहसास दिमाग से ज़्यादा
जीभ को होता है।

Language: Hindi
39 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
झूठ की जीत नहीं
झूठ की जीत नहीं
shabina. Naaz
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
“मैं सब कुछ सुनकर भी
“मैं सब कुछ सुनकर भी
गुमनाम 'बाबा'
*हुआ गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का श्री गणेश (गीत)*
*हुआ गणेश चतुर्थी के दिन, संसद का श्री गणेश (गीत)*
Ravi Prakash
ज़िन्दगी दर्द का
ज़िन्दगी दर्द का
Dr fauzia Naseem shad
बना रही थी संवेदनशील मुझे
बना रही थी संवेदनशील मुझे
Buddha Prakash
पंचवक्त्र महादेव
पंचवक्त्र महादेव
surenderpal vaidya
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाहाकार
हाहाकार
Dr.Pratibha Prakash
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
तलास है उस इंसान की जो मेरे अंदर उस वक्त दर्द देख ले जब लोग
Rituraj shivem verma
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
न जाने वो कैसे बच्चे होंगे
न जाने वो कैसे बच्चे होंगे
Keshav kishor Kumar
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
शंकरलाल द्विवेदी द्वारा लिखित एक मुक्तक काव्य
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
शैव्या की सुनो पुकार🙏
शैव्या की सुनो पुकार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
..............
..............
शेखर सिंह
"धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
सबसे अधिक वस्तुएं यह कहकर बेची जाती हैं
सबसे अधिक वस्तुएं यह कहकर बेची जाती हैं
Sonam Puneet Dubey
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
बीवी के अंदर एक मां छुपी होती है,
बीवी के अंदर एक मां छुपी होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जाय फिसल जब हाथ से,
जाय फिसल जब हाथ से,
sushil sarna
जीत मुश्किल नहीं
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
राज्याभिषेक
राज्याभिषेक
Paras Nath Jha
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
ଆତ୍ମ ଦର୍ଶନ
ଆତ୍ମ ଦର୍ଶନ
Bidyadhar Mantry
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Thoughts are not
Thoughts are not
DrLakshman Jha Parimal
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
आपके दिल में क्या है बता दीजिए...?
पंकज परिंदा
Loading...