वाह ! वाह ! क्या बात है..
चल अँधेरी रात है,
दीया भी साथ है !
आपके हौंसले के सामने,
तूफ़ान कि क्या औकात है !!
जीना है… तो सिर उठाके जीओ(2)
ताकि दुनियावाले कहे…
वाह !वाह !क्या बात है !!
चल अँधेरी रात है,
दीया भी साथ है !
आपके हौंसले के सामने,
तूफ़ान कि क्या औकात है !!
जीना है… तो सिर उठाके जीओ(2)
ताकि दुनियावाले कहे…
वाह !वाह !क्या बात है !!