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14 Jul 2020 · 1 min read

” वाह ! क्या बात है “

कितनी अजीब बात है ना !
हर सुबह के साथ एक नयी जिंदगी मिलती है ,
फिर भी हम संतुष्ट नहीं हैं ।

जिंदगी जीने के लिए मिली है ,
उसे दूसरों के जिंदगी में झांकने में लुटा रहे हैं ।

सबको पता है ! मौत तो एक बार आएगी ही ,
इस तन के सिवा कुछ नहीं ले जाएगी ,
फिर भी भय का दीपक जलाएं बैठे हैं ।

करोड़ों कमा कर भी पेट भरने के लिए ,
दाल – रोटी – सब्जी ही चाहिए ,
करोड़ों की लालच में अपनों को भुला बैठे हैं ।

– ज्योति

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 431 Views
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