वास्तविक प्रेम दिवस
प्रेम दिवस मनाओ तो केवल अपने प्रभु के संग,जो की है तुम्हारे सच्चे मीत .
प्रभु के अलावा जो भी रिश्ते है ,वोह है स्वार्थ के मीत .
प्रेम दिवस मनाओ तो केवल अपने प्रभु के संग,जो की है तुम्हारे सच्चे मीत .
प्रभु के अलावा जो भी रिश्ते है ,वोह है स्वार्थ के मीत .