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20 Jan 2017 · 1 min read

वादों के फिर सज गए , राजनीति बाजार

वादों के फिर सज गए , राजनीति बाजार
वोट कमाने दल सभी , ढूंढ रहे आधार
ढूंढ रहे आधार ,पेश नर्मी से आते
मिलते कहीं गरीब, उन्हें अब गले लगाते
दिए अर्चना काट , पेड़ पिछली यादों के
और लगायें बाग़, नए मीठे वादों के
डॉ अर्चना गुप्ता

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