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सुनील कुमार
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30 Nov 2022 · 1 min read
वाणी
अमृतमय वाणी शत्रु को भी मित्र बना देती है मगर वैषम्य
वाणी मित्र को भी शत्रु बना देती है।
Language:
Hindi
Tag:
कोटेशन
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