Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shweta Soni
28 Followers
Follow
Report this post
7 Apr 2024 · 1 min read
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
बड़ा अज़ीम उसे लोगबाग कहते थे
Tag:
Quote Writer
Like
Share
100 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Shweta Soni
View all
अंतर्मन का कोपभवन
Shweta Soni
ख्वाब जो देखे थे मैंने
Shweta Soni
You may also like these posts
जीत मुश्किल नहीं
Surinder blackpen
Kisne kaha Maut sirf ek baar aati h
Kumar lalit
🌹जिन्दगी के पहलू 🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
जिंदगी का आखिरी सफर
ओनिका सेतिया 'अनु '
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
खुशी ना जाने कहा दफ़न हो गई,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
कल को याद, भविष्य की बात
Sonam Puneet Dubey
प्रसव
Deepesh Dwivedi
सज़ा
Shally Vij
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
🙅आजकल🙅
*प्रणय*
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
समय और टीचर में
Ranjeet kumar patre
लड़ेंगे और आगे बढ़ेंगे।
Dhananjay Kumar
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"अतिथि "
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी दिवस
Deepali Kalra
"तुम हो पर्याय सदाचार के"
राकेश चौरसिया
जिंदगी की कहानी लिखने में
Shweta Soni
जिसकी जिससे है छनती,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
यदि आप जीत और हार के बीच संतुलन बना लिए फिर आप इस पृथ्वी पर
Ravikesh Jha
भोर सुहानी हो गई, खिले जा रहे फूल।
surenderpal vaidya
कलम बिकने नहीं देंगे....
दीपक श्रीवास्तव
कभी चुभ जाती है बात,
नेताम आर सी
आज कल के लोग बड़े निराले हैं,
Nitesh Shah
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
आज कहानी कुछ और होती...
NAVNEET SINGH
ସକାଳ ଚା'
Otteri Selvakumar
सुखी होने में,
Sangeeta Beniwal
चौपई /जयकारी छंद
Subhash Singhai
Loading...