वर्षा मेरे अंगना आओ
वर्षा मेरे अंगना आओ
आकर फिर न जाओ
पिया मेरा पर देश
मेघा जा पिया को ले आओ
पैरों में बांध कर पायल
वर्षा नाचो चप्पे चप्पे
कभी फुदको गली गली
कभी बैठो जा कली कली
बूँद बन आसूँओं में ढुलो
दूर कर उमस मन खिलो
मन की बगिया है उदास
पिया नहीं है मेरे पास
आओ वर्षा आओ वर्षा आओ
जाओ वर्षा पिया को ले आओ
वर्षा तुम धरा को भिगाओ
खेत खलिहानों में लहराओ
जन मानस में कर प्राण संचार
मेघा बरसो बार बार
अवनि है कुम्हला रही
मेघा बिन है प्यासी
काली घटाओं घिरो गगन
आकर बरसो तुम अगन
मैं भी भीगी भीगी
मन बीथी खिली खिली
पर पिया गया है दूर
दिल आयना हो गया चूर
अब जागे न कोई आस
आओ वर्षा आओ वर्षा आओ
मेघा जा पिया को ले आओ