Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

वर्षा को बुलाते पेड़.

गुलशन को महकाते पेड़
वातावरण को स्वच्छ बनाते पेड़
वर्षा को बुलाते पेड़.

धूप में भी ठंडी छाँव कर जाते पेड़
सबके मन को भाते पेड़
वर्षा को बुलाते पेड़.

हँसते-गाते मुस्कुराते पेड़
सबके दिल को भाते पेड़
वर्षा को बुलाते पेड़.

औरों के लिए जीना हमे सिखलाते पेड़
सबकुछ अपना अर्पण कर जाते पेड़.
वर्षा को बुलाते पेड़.

141 Views
Books from Rajiv Vishal (Rohtasi)
View all

You may also like these posts

"घर बनाने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे हिस्से का प्यार भी तुझे ही मिले,
मेरे हिस्से का प्यार भी तुझे ही मिले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अच्छे   बल्लेबाज  हैं,  गेंदबाज   दमदार।
अच्छे बल्लेबाज हैं, गेंदबाज दमदार।
गुमनाम 'बाबा'
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
रूसवाइयांँ¹ मिलेगी, बे_क़दर, बे_नूर हो जाओगे,
_सुलेखा.
बंदगी हम का करीं
बंदगी हम का करीं
आकाश महेशपुरी
तुम्हारा प्रेम,
तुम्हारा प्रेम,
लक्ष्मी सिंह
बहुत भूत भविष्य वर्तमान रिश्ते प्रेम और बाकी कुछ भी सोचने के
बहुत भूत भविष्य वर्तमान रिश्ते प्रेम और बाकी कुछ भी सोचने के
पूर्वार्थ
तेरे संग
तेरे संग
seema sharma
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
gurudeenverma198
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
*ख़ुद मझधार में होकर भी...*
Rituraj shivem verma
हरगिज़ नहीं
हरगिज़ नहीं
Mahender Singh
चुनाव
चुनाव
*प्रणय*
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
The magic of you
The magic of you
Deep Shikha
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Naushaba Suriya
हम क्यूं लिखें
हम क्यूं लिखें
Lovi Mishra
कैद परिंदें
कैद परिंदें
Santosh Soni
गीत- मुहब्बत की मगर इतना...
गीत- मुहब्बत की मगर इतना...
आर.एस. 'प्रीतम'
कविता
कविता
Rambali Mishra
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
या खुदा तेरा ही करम रहे।
या खुदा तेरा ही करम रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
दोहा एकादश. . . . . सावन
दोहा एकादश. . . . . सावन
sushil sarna
खुद को साधारण आदमी मानना भी एक ताकत है । ऐसा आदमी असाधारणता
खुद को साधारण आदमी मानना भी एक ताकत है । ऐसा आदमी असाधारणता
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
उमराव जान
उमराव जान
Shweta Soni
Loading...