वर्षा आई
बादल गरजा वर्षा आई,
सूर्य ने किरणों को छुपाई,
कृषकों ने मौज मनाई,
वाह भाई वाह क्या दिन आई
गर्मी से राहत दिलाई,
आई आई वर्षा रानी आई
थिरक थिरक के मोर नाचे,
पपिहा ने शोर मचाई,
आई वर्षा आई देखो,
सबके मन को यह भाई
बादल गरजा वर्षा आई,
सूर्य ने किरणों को छुपाई,
कृषकों ने मौज मनाई,
वाह भाई वाह क्या दिन आई
गर्मी से राहत दिलाई,
आई आई वर्षा रानी आई
थिरक थिरक के मोर नाचे,
पपिहा ने शोर मचाई,
आई वर्षा आई देखो,
सबके मन को यह भाई