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20 Aug 2024 · 1 min read

वर्तमान से ज्यादा

वर्तमान से ज्यादा
अतीत से दुखित है
आज से जायदा
कल के लिए चिंतित है
मिला क्या इससे ज्यादा
खोया है जो उससे व्यथित है।
प्रेम से ज्यादा
नफरत को तवज्जो है ।।।
और क्या कहे यारो ,
आज के इंसान से …….
वास्तविकता से ज्यादा
कल्पना से पीड़ित है ।।।

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