वर्तमान चोर संत कबीर।
वर्तमान चोर संत कबीर।
-आचार्य रामानंद मंडल।
एकबेर संत कबीर बेटा संग चोरी करे गेल रहलन कारण कि साधु संत के सेवा करे के लेल हुनका घर मे अन्न न रहैय। वो सेंध खनलन।आ बेटा के कहलन कि एके बोरा अन्न के चुरा लाव। जौं दोसर बोरा लायब त हम हल्ला क के अन्न मालिक को बता देब।बेटा एक बोरा ले आयल आ दोसर बोरा लाबे सेंध मे प्रवेश करे लागल कि बाबू हल्ला थोड़े करतन।वो वोहिना कहैत हतन।परंच संत कबीर हल्ला क देलन कि घर मे चोर पैसल होव।जागा हो। अन्न मालिक जाग गेल देखलन कि संत कबीर हतन।सभ वृत्तांत जान के मालिक एक बोरा अन्न देके विदा क देलन।
वर्तमान मे एगो चोर शिव मंदिर मे शिव लिंग पर के चांदी के सर्प चुराबे के लेल पैसल।चोर पहिले शिव लिंग के बार बार नमन कैलक आ चांदी के सर्प शिव लिंग से निकाल लेलक। पुनः नमन क के मंदिर से निकल गेल।वो शिव भक्त चोर रहय।आइयो संत कबीर जैसन संसार मे शिव भक्त चोर हय।
-आचार्य रामानंद मंडल सीतामढ़ी।