वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
जो
पीता
प्याले को
नहीं वह
बूढ़ कभी भी,
हमेशा हँसता
गाता मौज सदा है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
वर्ण पिरामिड
जो
पीता
प्याले को
नहीं वह
बूढ़ कभी भी,
हमेशा हँसता
गाता मौज सदा है।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।