Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड

जो
सत्ता
के लिए
तड़पता
सारी हद को
तोड़ताड़ कर
असहज़ लगता।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

नियति
नियति
Shyam Sundar Subramanian
काश !
काश !
Akash Agam
घर
घर
Dr. Bharati Varma Bourai
दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में
दीवारें चाहे जितनी बना लो घरों में या दिलों में
Dr. Mohit Gupta
शीर्षक -आँख क्यूँ नम है!
शीर्षक -आँख क्यूँ नम है!
Sushma Singh
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
Dr. Vaishali Verma
तेवरी किसी नाकाम आशिक की आह नहीं +ज्ञानेन्द्र साज
तेवरी किसी नाकाम आशिक की आह नहीं +ज्ञानेन्द्र साज
कवि रमेशराज
ट्रेन संख्या १२४२४
ट्रेन संख्या १२४२४
Shashi Dhar Kumar
चित्रगुप्त का जगत भ्रमण....!
चित्रगुप्त का जगत भ्रमण....!
VEDANTA PATEL
जीवन संध्या में
जीवन संध्या में
Shweta Soni
भोर सुनहरी
भोर सुनहरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरी शान तिरंगा है
मेरी शान तिरंगा है
Santosh kumar Miri
गरीबी
गरीबी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
करती गहरे वार
करती गहरे वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मै घट हूँ घटनाओ का
मै घट हूँ घटनाओ का
C S Santoshi
......मंजिल का रास्ता....
......मंजिल का रास्ता....
Naushaba Suriya
काम वात कफ लोभ...
काम वात कफ लोभ...
महेश चन्द्र त्रिपाठी
वो एक रात 11
वो एक रात 11
सोनू हंस
4003.💐 *पूर्णिका* 💐
4003.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
"दर्द दर्द ना रहा"
Dr. Kishan tandon kranti
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
वादा
वादा
Heera S
"हम सभी यहाँ दबाव में जी रहे हैं ll
पूर्वार्थ
मिल जाये इस जगत में
मिल जाये इस जगत में
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वर्तमान साहित्यिक कालखंड को क्या नाम दूँ.
वर्तमान साहित्यिक कालखंड को क्या नाम दूँ.
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
स्वार्थों सहूलियतों के बांध
स्वार्थों सहूलियतों के बांध
Nitin Kulkarni
Loading...